प्रतापगढ़ जिले में एक विवाहिता की मौत बेहद ही संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई है। महिला के पति का दावा है कि उसने सुसाइड किया है लेकिन पीहर पक्ष के लोग गंभीर आरोप मढ़ रहे हैं। जिले के पारसोला थाना क्षेत्र में रहने वाली इस महिला की मौत बांसवाड़ा के अस्पताल में हुई है।
पारसोला थाने के एसआई लालसिंह निनामा ने बताया कि उन्हें मिली सूचना के मुताबिक डूंगरपुर के बिछीवाड़ा की रहने वाली टिम्मी पंचाल ने अपने ससुराल पारसोला में जहर ली लिया। महिला के पति पीयूष पंचाल ने का कहना है कि बांसवाड़ा में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पीयूष 12वीं पास है और कुवैत में नौकरी करता है। 10 दिन पहले ही वह कुवैत से लौटा है। परिवार में पहले से चल रहे दहेज के मामले में डूंगरपुर कोर्ट में 9 मई को पति-पत्नी के बीच राजीनामा भी हुआ था। अब महिला की अचानक मौत ने ससुराल वालों पर कटघरे में ला दिया है। पीहर पक्ष के लोगों का आरोप है उनकी बेटी की गर्दन सहित कुछ अन्य जगहों पर चोट के निशान मौजूद थे।
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हत्या या आत्महत्या?
यह बात सामने आई है कि वारदात स्थल से प्रतापगढ़ जिला अस्पताल पास में होने के बावजूद ससुरवाल उसे उपचार के लिए बांसवाड़ा ले गए। उसके शरीर पर चोट के निशान भी बताए गए हैं। पुलिस मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्ट करवा रही है। पीहर पक्ष का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ पहले मारपीट की गई और बाद में उसे जबरदस्ती जहर पिलाया गया। उसके शरीर पर चोट के निशान इस बात के सबूत हैं।
पति ने कही यह बात
इधर मृतक महिला के पति पीयूष का कहना है कि उसने अपनी पत्नी को पाटीदार समाज के एक लड़के की बिंदौली में जाने से रोका था। यह बात उनकी पत्नी को इतनी बुरी लगी कि उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठा लिये।
पाच साल पहले हुई शादी :
टिम्मी और पीयूष की शादी वर्ष 2017 में हुई थी। इनको दो साल का एक बेटा भी है, जो नानी के यहां ही रहता था। समझौते के बाद बेटा भी माता-पिता के साथ पारसोला चला गया था। टिम्मी की मां का आरोप है कि पीयूष अक्सर सिगरेट पीकर उसकी बेटी को जलाता था।
शादी के करीब डेढ़ साल बाद टिम्मी ससुराल से परेशान होकर पीहर चली गई। इसके बाद टिम्मी ने पति के खिलाफ दहेज का मामला दर्ज कराया। कोर्ट ने भरण-पोषण के भी आदेश दिए थे। इस बीच सामाजिक दबाव में दोनों फिर एक हुए।