आपके लिए खास

पोटका बीडीओ पर आरटीआई कार्यकर्ता संघ ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप, उच्चस्तरीय जांच की मांग । Potka BDO, RTI News

जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी का यह कृत्य निंदनीय है।

जादूगोड़ा, 22 जून:
आरटीआई कार्यकर्ता संघ ने रविवार को जादूगोड़ा में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान पोटका के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संघ का आरोप है कि सूचना के अधिकार (RTI) के तहत सूचना मांगने वाले कार्यकर्ता को परेशान किया गया, धमकाया गया और सूचना प्रदान करने के नाम पर अवैध रूप से शुल्क वसूला गया।

संघ के अध्यक्ष दिल बहादुर ने जानकारी देते हुए बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता सुनील मुर्मू ने पोटका प्रखंड के कुलडीहा पंचायत में कराए गए विकास कार्यों से जुड़ी जानकारी मांगी थी। बीडीओ, जो जन सूचना पदाधिकारी भी हैं, ने एक पत्र के माध्यम से सूचित किया कि कुल 2250 पन्नों की सूचना उपलब्ध कराई जाएगी, जिसकी लागत दो रुपये प्रति पृष्ठ के अनुसार 4500 रुपये होगी।

सुनील मुर्मू ने नियमानुसार 4500 रुपये की राशि सरकारी खजाने में जमा कर उसकी रसीद कार्यालय में जमा की। हालांकि, संघ के अनुसार, जहां 2250 पन्नों की सूचना का दावा किया गया था, वहीं मात्र 40 पृष्ठों की जानकारी ही उपलब्ध कराई गई।

इस पूरे मामले को “स्पष्ट धोखाधड़ी” करार देते हुए संघ के अध्यक्ष ने कहा कि एक जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी का यह कृत्य निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी आरटीआई कार्यकर्ताओं को जानबूझकर प्रताड़ित करते हैं ताकि वे सूचना मांगने से डरें और पीछे हटें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से अप्रत्यक्ष रूप से कार्यकर्ताओं को धमकाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

प्रेसवार्ता के दौरान अध्यक्ष दिल बहादुर ने स्पष्ट किया कि अगर कोई आरटीआई कार्यकर्ता दोषी पाया जाता है तो संघ उसका भी समर्थन नहीं करेगा, लेकिन निर्दोष कार्यकर्ताओं को प्रताड़ना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

संघ ने इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

प्रेसवार्ता में झारखंड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार किनू, आरटीआई कार्यकर्ता संघ के उपाध्यक्ष सदन ठाकुर, और आरटीआई कार्यकर्ता सुनील मुर्मू भी मौजूद रहे।

POTKA BDO, RTI NEWS, RTI KARYAKARTA SANGH, DIL BAHADUR, KRIPWAS MANDAL, HUMAN RIGHTS,

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}